बरसात के दिनों में कैसे करें : तूफानी मौसम में धनिया का खेती अत्यंत मूल्यवान होता है। गर्मी की तुलना में तूफानी दिनों में बाजार में इसकी उपस्थिति असाधारण रूप से कम होती है। एक हेक्टेयर में करीब 10 क्विंटल हरा धनिया मिलता है। इस तरह लाखों की खरीदारी की जाती है।

बरसात के दिनों में धनिया उगाने से किसानों को काफी लाभ हो सकता है। ऐसा उत्तर प्रदेश के हरदोई क्षेत्र के पशुपालक कर रहे हैं। यहाँ कटरी एवं कटियारी अंचल में धनिया का बड़े पैमाने पर खेती किया जा रहा है।
यह सवाईजपुर तहसील क्षेत्र के अंतर्गत आता है। यह क्षेत्र गंगा का निचला क्षेत्र है, जहां किसान लंबे समय से धनिया उगा रहे हैं। इस स्थान में धनिया की भराई सबसे अच्छी मानी जाती है। तेरा पुरसौली कस्बे के निवासी रैंचर शिवकुमार लंबे समय से बरसात के मौसम में धनिया की खेती कर रहे हैं. अब तक उगाए गए धनिया की कीमत अच्छी लगती है।
बरसात के दिनों में कैसे करें
अभी तक विकसित हरा धनिया बाजार में 300 रुपये प्रति किलो तक के डिस्काउंट रेट पर बिकता है। धनिया की कमी के कारण एक पौधा 10 रुपये तक में बिक रहा है। जून और जुलाई की अवधि में खेत की गहरी जुताई के साथ-साथ वह खेत से घास और खरपतवार को हटा देता है।
यह मानते हुए कि खरपतवार अधिक हैं, वह रोपण से 15 दिन पहले खेत में दवा डाल देता है। छीटें मारकर खेत से खरपतवार नष्ट कर देते हैं। खेत लगाने से पहले वे गाय के खराब मल को खेत में फैला देते हैं।
धनिया की खेती के लिए कैसे तैयार करें खेत
शिवकुमार ने बताया कि खेत की उचित जुताई करने के बाद वह रोटावेटर से डीएपी और पोटाश की उचित मात्रा में मिलाकर खेत की मिट्टी की जुताई कर उसे भुरभुरा बना देते हैं।
हिसार में सुगंध बीज का उपयोग खेत में किया जा रहा है, जो रोपण के बाद तेजी से बढ़ता है। वे आंधी के मौसम में मेड़ बनाकर धनिया की रोपाई कर रहे हैं। धनिया बोने से पहले इसके बीजों को जूट की बोरी में भिगोकर रखा जाता है। तीन-चार दिन के बाद इसकी स्थापना होती है। इससे बीजों का अंकुरण अच्छा होता है।
कीड़ों को रोकने के लिए, वह खेती कार्यालय द्वारा सुझाई गई रणनीतियों का उपयोग करता है। तूफानी दिनों में नमी के कारण अनेक प्रकार के कीट बिल बनाकर पौधों को हानि पहुँचाते हैं।
इसे रोकने के लिए क्लोरोपाइरीफॉस नामक दवा का वैध उपाय करके छिड़काव किया जाता है। बारिश के बाद यह धनिया बाजार जाने की तैयारी करता है। आँधी के दिन आने से कुछ देर पहले ही धनिया लग गया है, जो अच्छे दामों पर बिक रहा है।
एक हेक्टेयर में 10 क्विंटल हरी धनिया होती है
हरदोई के अंचल कृषि अधिकारी सुरेश कुमार ने बताया कि धनिया की खेती से क्षेत्र के कई विकसित अनुभवी किसान लाखों का लाभ उठा रहे हैं. आजकल किया गया धनिया का खेती किसान के लिए अनुमान से अधिक लाभ देता है।
एक हेक्टेयर में करीब 10 क्विंटल हरा धनिया प्राप्त होता है। धनिया के बीज दिखने में बेहद लोकप्रिय हैं. इसका उपयोग स्वाद के रूप में भी किया जाता है।
भारत में बनने वाली हर सब्जी में धनिया जरूर होता है. इसका उपयोग सूखी और हरी दोनों स्थितियों में किया जाता है।
कई बार धनिया बीज की कीमत प्रति क्विंटल 10 हजार रुपये तक पहुंच जाती है। स्थानीय खेती अधिकारी ने कहा कि धनिया प्रत्येक चरण में किसान के लिए एक आकर्षक उपज समाप्त कर रहा है।